Ghazal Shayari -62
Sad Ghazal Shayari by Guest: AlkaTu Wo Aansu Hai Jo Ankho Se Girta Nahi...
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Tu Wo Aansu Hai Jo Ankho Se Girta Nahi,
Tu Vo Aansu H Jo Ankho Se Girta Nahi,
Tu Wo Dariya Hai Jo Sagar Se Milta Nahi,
Koshish To Bhaut Ki Hawaon Ne Rukh Badalne Ki,
Par Tu Wo Chahat Hai Hamari Jise Ham Pa Na Sake,
Kasam Khuda Ki Tere Dil Ke Dariyaa Me Hum Ja Na Sake,
Tere Ishq Ke Samandar Me Hum Nahaa Na Sake...
Chubhti Bahaut Hain Hamen Bhi Teri Ye Khamoshiya,
Par Kaali Raato Ke Saye Me Hum Diya Jala Na Sake,
Teri Nafrat Ko Hum Miita Na Sake,
Tujhe Apna Hum Bana Na Sake...
Tune Jo Kaha Tha Laut Ke Aaunga,
Aate Hi Tujhe Gale Lagaunga,
Ham Bhi Baithe Rahe Tere Intejaar Me,
Jane Kitne Hi Raahi Gujar Gaye,
Yara Tere Pyar Me, Yara Tere Pyar Me...
Vaade Jo Kiye The Tumne Bahut,
Tum Wo Nibha Na Sake,
Is Jalim Duniya Se Hame Bacha Na Sake,
Sahte Rahe Ham Taane Duniya Ke,
Tum Bhari Mehfil Me Hamen Apna Bana Na Sake,
Hamen Apna Bana Na Sake......
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लम्बी शायरी ग़ज़ल -62
सेड ग़ज़ल शायरी द्वारा: अलकातू वो आंसू है जो आँखों से गिरता नहीं...
तू वो आंसू है जो आँखों से गिरता नहीं,
तू वो आँसू ह जो आँखों से गिरता नहीं,
तू वो दरिया है जो सागर से मिलता नहीं,
कोशिश तो बहुत की हवाओं ने रुख बदलने की,
पर तू वो चाहत है हमारी जिसे हम पा न सके,
कसम खुदा की तेरे दिल के दरिया में हम जा न सके,
तेरे इश्क के समंदर में हम नहा न सके...
चुभती बहुत हैं हमें भी तेरी ये खामोशिया,
पर काली रातों के साए में हम दीया जला न सके,
तेरी नफरत को हम मिटा न सके,
तुझे अपना हम बना न सके...
तूने जो कहा था लौट के आऊँगा,
आते ही तुझे गले लगाऊंगा,
हम भी बैठे रहे तेरे इन्तजार में,
जाने कितने ही राही गुजर गए,
यारा तेरे प्यार में, यारा तेरे प्यार में...
वादे जो किये थे तुमने बहुत,
तुम वो निभा न सके,
इस जालिम दुनिया से हमें बचा न सके,
सहते रहे हम ताने दुनिया के,
तुम भरी महफ़िल में हमें अपना बना न सके,
हमें अपना बना न सके......
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